सेवामें,
श्रीमान न्यायिक मजिस्ट्रेट महोदय
न्यायालय नई दिल्ली
अभियुक्त बनाम राज्य
पुलिस थाना ..............अपराध अंतर्गत धारा 420,406 आई पी सी
प्रार्थना पत्र अंतर्गत धारा 437 सी आर पी सी बाबत् संबद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट संख्या /.
उपरोक्त अभियुक्त की और से निम्न निवेदन है
यह कि उक्त प्रकरण में अभियुक्त को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर आज आप न्यायालय में पेश किया जा रहा है।
यह कि अभियुक्त को प्रकरण में झुठा फसाया गया है। प्रकरण में बताये गये अपराध को अभियुक्त ने कारित नहीं किया है। अभियुक्त निर्दोष व्यक्ति है।
यह कि अभियुक्त गरीब परिवार का व्यक्ति है। परिवार में छोटे छोटे बाल बच्चे एवं वृद्ध माता जनकी देखभाल अभियुक्त द्वारा की जाती है तथा परिवार में अभियुक्त इकलौता कमाने वाला व्यक्ति है। यदि अभियुक्त जेल में चला जाता है तो अभियुक्त के परिवार वाले भूखे मर जायेगें।
यह कि उक्त प्रकरण में अभियुक्त पर लगाये गये आरोप की सजा आजीवन की कारावास या मृत्यु दण्ड का प्रावधान नहीं है।
यह कि अभियुक्त स्थान ग्राम का स्थाई निवासी है तथा ग्राम में चल एवं अचल सम्पत्ति स्थित है तथा अभियुक्त के भागने की कोई संभावना नहीं है।
यह कि अभियुक्त आप न्यायालय के आदेशों की पुरी पुरी पालना करेगा।
यह कि अभियुक्त आप न्यायालय के आदेश अनुसार मौतबिर व्यक्ति की जमानत पेश करने को तत्पर है।
स्थान: नई दिल्ली
दिनांक :
अभियुक्त का इस प्रकरण में यह प्रथम जमानत आवेदन पत्र है पूर्व में .माननीय उच्चतम न्यायालय / माननीय राजस्थान उच्च न्यायालय / माननीय अपर सेशन न्यायालय नाथद्वारा या इस न्यायालय के यहां इस प्रकरण में अभियुक्त के द्वारा न तो जमानत का प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया गया है न खारिज किया गया है न ही किसी न्यायालय में जमानत का प्रार्थना पत्र लम्बित है। अथवा
प्रकरण में अभियुक्त का द्वितीय / तृतीय जमानत प्रार्थना पत्र है। पूर्व में न्यायालय के द्वारा अभियुक्त काजमानत का प्रार्थना पत्र दिनांक को खारिज किया जा चुका है।
हस्ताक्षर अभियुक्त